Shree Suswani Mataji Gaushala has been established in year 2007 - 2008. This Gaushala has been Established under Shree Shushwani Mata ji Mandir Trust Morkhana, Bikaner to serve for Gaumata and Charity Work. Where about 400 to 500 cows are being reared. This mission is for Protecting Cow from getting slaughtered at slaughter homes as well as Utilising their cow milk, cow urine, dung etc. The dung obtained from Gaushala is being used as compost manure. The Gaushala has been made in about more than ten thousand Sq. yards area. Gaushala is very well-constructed which is built by donation and with helping hands of Shree Suswani Mataji Mandir Morkhana Trust. At Gaushala, 8 to 10 shades were built for shelter of these cows. Proper care is taken for all the cows by the gausewaks every day, having big water tanks and 2 Big CHARA Storage Room.
Shree Suswani Mataji greets all the devotees who come to Gaushala, You can also join our Gaushala's major mandir schemes and can earn the virtuous work of cow service from every corner of the world. Major schemes of Gaushala and Gaumata include the following schemes which you can take advantage of :
1. Lifetime membership plan ₹ 21000/-
2. A cow's lifetime rearing plan
3. Gopalak Scheme - Donating ₹ 9000/- can feed a Cow for entire 1 Year.
4. You can donate on the death date of your departed Family members, On Birthday’s and Marriage day’s as per your reverence.
5. A vehicle fodder / some kgs of Gud
6. All Cows expenditure for one day
7. Gur, Lapsi and Fodder etc in Gaushala.
You Can Donate ₹ 5100 / 11000 / 21000. You Can also Donate any amount ₹ 1100/- onwards as per your reverence.
श्री सुसवाणी माताजी गौशाला की स्थापना वर्ष 2007 से 2008 में हुई थीं। इस गौशाला की स्थापना श्री सुसवाणी माताजी के मंदिर मोरखाना ट्रस्ट बीकानेर के अधीन गौ माता की सेवा व पुण्य कार्य हेतु मोरखाना में हुई थी। वर्तमान में यहां पर लगभग 400 से 500 गोवंश का पालन सुव्यवस्थित ढंग से एवं सेवा भाव से किया जाता है। यह मिशन गोवंश को कत्ल खाने में वध करने से बचाने के साथ-साथ उनके दूध, गोमूत्र, गोबर आदि को उपयोग के लिए प्रोत्साहित करना है। गौशाला से प्राप्त गोबर का खाद के रूप में उपयोग किया जा रहा है। गौमाता की सुरक्षित देखभाल हेतु 8 से 10 शेड बनवाए गए हैं जिसमें दो बड़े पशु चारा भंडारण गोदाम है और जल भंडारण हेतु वाटर टैंक का निर्माण भी करवाया गया है।
सभी भक्तजनों से विनम्र विनती है कि आप सभी गौ माता की सेवा हेतु अपना पूर्ण सहयोग दें और हमारे ट्रस्ट के इन नेक कार्यों में सहयोगी बने। हमारी धर्म और संस्कृति को निरंतर आगे बढ़ाएं, गौशाला की इन भव्य योजनाओं से जुड़कर गौ माता की सेवा करे और अपने पुण्य कार्य में अग्रसर हो। गौशाला व गौमाता की प्रमुख योजनाएं निम्नलिखित हैं जिसका आप लाभ ले सकते हैं।
सभी भक्तजनों से विनम्र विनती है कि आप सभी गौ माता की सेवा हेतु अपना पूर्ण सहयोग दें और हमारे ट्रस्ट के इन नेक कार्यों में सहयोगी बने। हमारी धर्म और संस्कृति को निरंतर आगे बढ़ाएं, गौशाला की इन भव्य योजनाओं से जुड़कर गौ माता की सेवा करे और अपने पुण्य कार्य में अग्रसर हो। गौशाला व गौमाता की प्रमुख योजनाएं निम्नलिखित हैं जिसका आप लाभ ले सकते हैं।
1. आजीवन सहयोगी योजना ₹21000/-
2) एक गाय की आजीवन पालन योजना
3) गौपालक योजना ₹9000 में एक गाय का पूरे साल का पालन पोषण का लाभ ले सकते हैं
4) आप अपने परिवार के सदस्यों की दिवंगत परिजनों की पुण्य तिथि, जन्मदिवस व विवाह दिवस पर अपनी इच्छा अनुसार राशि भेंट कर सकते हैं।
5) एक वाहन चारा/ कुछ kg गुड
6) एक दिन का समस्त गौवंश का खर्चा
7) गौशाला में गुड, लापसी, चारा आदि के लिए ₹5100/11000/21000 का सहयोग कर सकते हैं। इसके अलावा ₹1,100 से लेकर 1 मुस्त राशि अपनी इच्छा अनुसार सहयोग कर सकते हैं।